नई दिल्ली: बाबासाहेब डा बीआर अंबेडकर एक प्रसिद्ध समाज सुधारक, वक्ता, विपुल लेखक, इतिहासकार, न्यायविद, मानवविज्ञानी और राजनीतिज्ञ थे. भारतीय समाज और राजनीति में उनके प्रभाव को देखते हुए संसद भवन परिसर में बाबा साहेब डा बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के पास सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से जुड़े डा अंबेडकर फाउंडेशन ने डा अंबेडकर की 134वीं जयंती मनाई. कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, कई कैबिनेट मंत्रियों, सांसदों और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई. इस अवसर पर संसद भवन का लान जनता के लिए भी खुला था ताकि आमजन बाबासाहेब डा बीआर अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा के पास अपना श्रद्धा सुमन अर्पित कर सकें. दूरदर्शी, समाज सुधारक, न्यायविद, अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ डा बीआर अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के हितों की वकालत की, सामाजिक न्याय, समानता और लोकतंत्र पर उनके विचार आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करते हैं.
डा अंबेडकर फाउंडेशन अनुयायियों की वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए एक स्टाल भी लगाया था. इस अवसर पर 25 बौद्ध भिक्षुओं द्वारा मंत्रोच्चार भी किया गया. गीत एवं नाटक प्रभाग के कलाकारों ने बाबा साहब डा अंबेडकर को समर्पित गीतों की प्रस्तुति दी. अंबेडकर जयंती के उत्सव के दौरान हजारों लोग संसद भवन के लान में बाबासाहेब डा अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने आए. इस कार्यक्रम में डा अंबेडकर फाउंडेशन के सचिव सौरभ गर्ग, सदस्य सचिव प्रभात कुमार सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे. याद रहे कि अंबेडकर के आदर्शों और विचारधाराओं का प्रचार-प्रसार करने के लिए बाबासाहेब डा बीआर अंबेडकर की जन्म शताब्दी समारोह समिति का गठन 1991 में किया गया था. इसकी अध्यक्षता भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने की थी. इस समिति ने 24 मार्च 1992 को डा अंबेडकर फाउंडेशन की स्थापना का निर्णय लिया. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप डा अंबेडकर फाउंडेशन की स्थापना की गई. फाउंडेशन का उद्देश्य अखिल भारतीय स्तर पर बाबासाहेब डा अंबेडकर के आदर्शों और विचारों को कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के माध्यम से प्रसारित करना है. डीएएनएम संग्रहालय में डा अंबेडकर के जीवन से संबंधित व्यक्तिगत सामान, तस्वीरें, पत्र, उनकी शिक्षा, सामाजिक सुधार आंदोलन और राजनीतिक करियर से जुड़े दस्तावेज संग्रहित हैं. यहां उनके भाषणों और साक्षात्कारों को आडियो-विजुअल रूप में भी प्रदर्शित किया गया है.
 
											
				 
			
											
				 
									 
				 
				 
				 
				