टैगोर और गांधी को याद करते हुए राष्ट्रपति मुर्मु ने छात्रों को ‘क्या सीखना है’ के साथ-साथ ‘कैसे सीखना है’ की दी सलाह
धर्मशाला: "शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो विद्यार्थियों को शिक्षित करने के साथ-साथ उनको आत्मनिर्भर बनाये, उनके चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण करे. चरित्र से रहित ज्ञान को महात्मा गांधी ने पाप का [...]