कथेतर साहित्य को विज्ञान, पर्यावरण, प्रकृति के मिलन बिंदु तक मिलाता है: ‘कथेतर का रचना विधान’ सत्र में वक्ता
भोपाल: "कथेतर ने कथा को पीछे छोड़ दिया है, पाठकों में कथेतर को लेकर बहुत जिज्ञासा है. कथेतर में लेखक जीवन के बारे में लिखते हैं." यह बात वरिष्ठ साहित्यकार ममता कालिया ने [...]