यतीन्द्र मिश्र की पुस्तक ‘गुलज़ार साब’ पर संवादी में लेखक और सलीम आरिफ ने मीना कुमारी पर जो कहा
लखनऊ: "गुलज़ार चांद को नए तरीके से देखते हैं. कभी रोटी के रूप में तो कभी थाली के तौर पर. कभी चलते हुए पहिए के रूप में. उन्होंने सूरज पर भी [...]
लखनऊ: "गुलज़ार चांद को नए तरीके से देखते हैं. कभी रोटी के रूप में तो कभी थाली के तौर पर. कभी चलते हुए पहिए के रूप में. उन्होंने सूरज पर भी [...]
लखनऊ: "कई देश कृषि को पिछड़ेपन का कारण मानते हैं. कृषि किसी भी तरह से पिछड़ेपन का कारण नहीं है. कोविड के समय में भारत ने कई देशों को खाद्यान्न उपलब्ध [...]
लखनऊ: हमारी गौरवशाली परंपरा, हमारी समृद्ध वर्ण व्यवस्था, मूर्तियों-प्रतिमाओं के प्रति हमारी गहरी सनातन आस्था; अनगिनत घात-प्रतिघात सहन कर अक्षत-अक्षय रहीं. आत्मगौरव का यह आख्यान सुनने को नई पीढ़ी आतुर, उत्सुक बैठी है, आप कथा [...]
लखनऊ: भारतेंदु नाट्य अकादमी में संवादी के दूसरे सत्र में 'आज की स्त्री और कविता' विषय सत्र में संवाद से यह संकेत निकला कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां [...]
लखनऊ: संगीत जब शास्त्रीय रागों की सीढ़ियों से उतरकर लोकसंगीत का सरोवर बन जाए. जब धुनों की रेशमी डोर पकड़कर मन का मयूर मगन होकर खेतों में नाचने लगे. जब [...]
लखनऊ: "षड्यंत्र के तहत हमारी संस्कृति, परंपरा और आस्थाओं पर हमले आज भी जारी हैं, लेकिन यह दोषारोपण का नहीं आत्मनिरीक्षण और आत्म-सुधार का समय है. इतिहास को विकृत करने वाले वामपंथियों और [...]
लखनऊ: "साहित्य किसी युग का हो उसने हमेशा सपने देने के साथ प्रेरित करने का काम किया है. भारत का भविष्य हमारी साहित्य रूपी उस संपूर्ण संपदा में छिपा हुआ है, जिसको [...]
नई दिल्ली: भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ ने फ्रांसीसी दूतावास में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रकाशक अदिति माहेश्वरी को 'शेवेलियर डिज आर्ट एट लेट' सम्मान यानी 'नाइट आफ़ द आर्डर [...]
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित पुस्तकायन पुस्तक मेले के छठे दिन साहित्यिक पत्रिकाओं की पहचान और उनकी भूमिकाओं पर चर्चा हुई. इस पैनल चर्चा की अध्यक्षता साहित्यकार ममता कालिया [...]
नई दिल्ली: "गांधी के युग वाले गांव अब वैसे ही नहीं रह गए हैं. बल्कि गांव भी शहरों जैसे सम्पन्न हो चुके हैं. सड़कों का जाल गांवों तक फैल चुका है. [...]