‘बलराम दास का लक्ष्मी पुराण: समानता, सशक्तीकरण और मोक्ष पर एक नया विमर्श’ संगोष्ठी का धर्मेन्द्र प्रधान ने किया शुभारंभ
पुरी: भारत संस्कृत और तमिल जैसी प्राचीन भाषाओं के साथ-साथ कई समृद्ध भाषाओं का देश है. समकालीन समय में सनातन भारतीय ज्ञान परंपरा और वैदिक साहित्य की प्रासंगिकता और भी [...]