साहित्य की न भूलने वाली यादों और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ नौ दिवसीय संबलपुर पुस्तक मेला
संबलपुर: 'हम शब्दों के परिवर्तनकारी प्रभाव और उनके द्वारा हमारे जीवन में लाई गई असीमित संभावनाओं का आनंद लेते हैं. [...]
संस्मरण विधा को नई ऊंचाई देने वाले केदार कानन की संस्मरण पुस्तक ‘ओ दिन ओ राति’ का विमोचन
रांची: हरमू स्थित झारखंड मैथिली मंच के विद्यापति दलान पर मैथिली साहित्य में संस्मरण विधा को नई ऊंचाई देने वाले [...]
छात्रों ने बाहरी दुनिया में संलग्न रहकर भी अंतर्मन का पोषण करने और शरीर व चित्त में शांति लाना सीखा
पुडुचेरी: शिक्षा मंत्रालय ने नई शिक्षा नीति, जी-20 नेताओं की घोषणा, श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती तथा एक भारत श्रेष्ठ [...]
वक्त लगता ही नहीं जिंदगी बदलने में… देवप्रभा प्रकाशन और हिंदी भवन समिति ने आयोजित किया कवि सम्मेलन
गाजियाबाद: देवप्रभा प्रकाशन और हिंदी भवन समिति ने लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया. हिंदी [...]
‘उर्दू और हिंदी के रचनात्मक संबंध’ विषय पर जेपी शर्मा ने कहा इनकी एकता हमारी समावेशी परंपरा का प्रतीक
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी ने अपने प्रतिष्ठित कार्यक्रम 'एक शाम आलोचक के नाम' में उर्दू-हिंदी के प्रख्यात आलोचक जानकी प्रसाद [...]
आइंस्टीन को प्रभावित करने वाले प्रो सत्येन्द्र नाथ बोस के प्रकाशन के 100 वर्ष होने पर 5 दिवसीय सम्मेलन
नई दिल्ली: विज्ञान के चार क्रांतिकारी प्रकाशनों में से एक प्रोफेसर सत्येन्द्र नाथ बोस के अंतिम प्रकाशन के 100 वर्ष [...]
कथा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थान ने राज्य स्तरीय कथा अलंकरण समारोह में रचनाकारों को किया सम्मानित
जोधपुर: स्थानीय कथा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थान ने राज्य स्तरीय कथा अलंकरण समारोह में राज्य की कई जानी-मानी साहित्यिक हस्तियों [...]
बोडो साहित्य की स्वर्ण जयंती पर तीन दिवसीय उत्सव, ‘ना दुआरानी आंगन’ नामक स्मारिका का विमोचन
बिस्वनाथ: जिले के डेलाइस्री हेरेम्बा खेल मैदान में नाडुअर प्राथमिक बोडो साहित्य की स्वर्ण जयंती आयोजित हुई. इस तीन दिवसीय [...]
हमें कलात्मक पहचान और भावनात्मक अनुवाद को संरक्षित करते हुए एआई का दोहन करना होगा: न्यायविद माथुर
जोधपुर: "कला और साहित्य अभिव्यक्ति के रचनात्मक स्वरूप हैं और मनुष्य सदैव इन्हें अधिक से अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रयत्नशील [...]
मागति नांव न लावति केवट… श्री राम मय रही जयपुर काव्य साधक एवं समरस साहित्य सृजन संस्थान की गोष्ठी
जयपुर: जयपुर काव्य साधक एवं समरस साहित्य सृजन संस्थान की स्थानीय इकाई की 12वीं मासिक काव्य-गोष्ठी कवि अरुण ठाकर के निवास [...]
डा धनंजय वर्मा का होना साहित्यिक गोष्ठियों को जीवंत बनाता था: वक्ताओं ने श्रद्धांजलि सभा में किया याद
भोपाल: डा धनंजय वर्मा एक समर्पित शिक्षक, विद्वान वक्ता, संवेदनशील संपादक और हिंदी साहित्य में आलोचना के शिखर पुरुष थे. वे अपनी [...]
‘अगले जमाने में कोई मीर भी था’ कार्यक्रम में उनकी गजलों और रुबाइयों के संग्रह ‘चलो टुक मीर को सुनने’ का लोकार्पण
नई दिल्ली: रेख्ते के मशहूर शायर मीर तक़ी मीर की 300वीं वर्षगांठ पर अंजुमन तरक्की उर्दू-हिंदी द्वारा इंडिया हैबिटैट सेंटर में 'अगले [...]
 
											
				 
			
											
				
 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			