संवादी के ‘राष्ट्रीय स्वत्व का संघर्ष’ सत्र का निष्कर्ष, हिंदुइज्म और हिंदुत्व में जमीन-आसमान का अंतर
लखनऊ: "षड्यंत्र के तहत हमारी संस्कृति, परंपरा और आस्थाओं पर हमले आज भी जारी हैं, लेकिन यह दोषारोपण का नहीं आत्मनिरीक्षण और आत्म-सुधार [...]
संवादी के ‘भारत का भविष्य और साहित्य’ सत्र में वक्ताओं ने साहित्य को त्रिकालदर्शी बताया
लखनऊ: "साहित्य किसी युग का हो उसने हमेशा सपने देने के साथ प्रेरित करने का काम किया है. भारत का भविष्य [...]
अदिति माहेश्वरी फ्रांस के ‘शेवेलियर डिज आर्ट एट लेट’ यानी ‘नाइट आफ़ द आर्डर आफ़ आर्ट्स एंड लेटर्स’ से सम्मानित
नई दिल्ली: भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ ने फ्रांसीसी दूतावास में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रकाशक अदिति [...]
समर्पित लेखकों एवं संपादकों के श्रम एवं समर्पण से चलती हैं साहित्यिक पत्रिकाएं: पुस्तकायन में ममता कालिया
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित पुस्तकायन पुस्तक मेले के छठे दिन साहित्यिक पत्रिकाओं की पहचान और उनकी भूमिकाओं पर [...]
गांव विकास की नई राह पर हैं, महात्मा द्वारा देखा गया ग्राम शिल्पी का स्वप्न साकार हुआ: राम बहादुर राय
नई दिल्ली: "गांधी के युग वाले गांव अब वैसे ही नहीं रह गए हैं. बल्कि गांव भी शहरों जैसे सम्पन्न हो [...]
डा होमेन बरगोहाईं की जयंती पर असम सरकार ने की 23 साहित्यकारों को साहित्यिक पेंशन देने की घोषणा
गुवाहाटी: असमिया भाषा के विख्यात साहित्यकार और पत्रकार डा होमेन बरगोहाईं की 92वीं जयंती के उपलक्ष्य पर असम सरकार द्वारा आज [...]
व्यंग्य के नाम पर सस्ते मनोरंजन की मांग मीडिल क्लास की मांग है सामाजिक मांग नहीं: हितेन्द्र पटेल
कोलकाता: साहित्योत्सव लिटरेरिया के तीसरे दिन की शुरुआत नीलांबर की टीम द्वारा मुक्तिबोध, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना और उदय प्रकाश की कविताओं [...]
कविता से मनुष्य में संवेदनशीलता बनी रहती है: पुस्तकायन मेले के कवि सम्मेलन में बुद्धिनाथ मिश्र
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित पुस्तकायन पुस्तक मेले का पांचवां दिन हिंदी कवियों के नाम रहा. वरिष्ठ कवि बुद्धिनाथ [...]
साहित्य अकादेमी ने संस्कृति मिश्र को मैथिली में साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार 2023 देने की घोषणा की
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने आज मैथिली भाषा के लिए कवयित्री संस्कृति मिश्र के कविता-संग्रह 'कहबाक अछि [...]
दलित साहित्य के केंद्र में भारतीय समाज का सबसे निचला तबका, मेहनतकश सर्वहारा जाति: शकुन सिंह
गाजीपुर: "प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक के साहित्य का अध्ययन करने से यह प्रतीत होता है कि दलित चेतना [...]
व्यंग्य भाषा के भीतर अहिंसा के लिए जगह देता है: नीलांबर के वार्षिकोत्सव लिटरेरिया में सुधीश पचौरी
कोलकाता: नीलांबर के वार्षिकोत्सव लिटरेरिया के दूसरे दिन की शुरुआत वसु गंधर्व के गायन से हुई. इस दिन आयोजित युवा [...]
पटना पुस्तक मेले में ये आकर्षण खींच रहा युवाओं को, उमड़ी भीड़; मंत्री तेजप्रताप भी पहुंचे, खरीदी किताबें
पटना: स्थानीय गांधी मैदान में लगे सीआरडी पटना पुस्तक मेले में पाठकों, लेखकों और प्रकाशकों की उपस्थिति देखते ही बन रही [...]
											
				
			
											
				