इलाहाबाद विश्वविद्यालय का ‘ज्ञान पर्व’ विद्यार्थियों के लिए उपयोगी, प्रतिभागी 300 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र
प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मेजर ध्यानचंद छात्र गतिविधि केंद्र में 'ज्ञान पर्व' के अंतिम दिन की शुरुआत 'विचार का आईना' पुस्तक शृंखला पर केंद्रित [...]
साहित्य अकादेमी ने महत्तर सदस्य और भारतीय अंग्रेज़ी कविता के पुरोधा जयंत महापात्र के निधन पर जताया शोक
नई दिल्ली: देश के जानेमाने अंग्रेजी, ओड़िआ कवि, विद्वान और साहित्य अकादेमी के महत्तर सदस्य जयंत महापात्र के निधन पर अकादमी नेगहरी [...]
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में सुनाई स्वरचित कविता, की सावन, संस्कृत, तेलुगू और मातृभाषा की बात
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात की 104वीं कड़ी उनकी अन्य बातों के अलावा उनकी स्वरचित कविता, चंद्रयान की [...]
इलाहाबाद को बिस्मिल्लाह ने बताया साहित्य की तीनों धाराओं का संगम, तो आलोक राय ने साहित्य का केंद्र कहा
प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मेजर ध्यानचंद छात्र गतिविधि केंद्र में आयोजित 'ज्ञान पर्व' के पांचवे दिन की शुरुआत 'शोध आलेख कैसे लिखें? विषय पर [...]
स्त्रियां अब ज्यादा मुखर: साहित्य अकादेमी के लेखक से भेंट कार्यक्रम में नासिरा शर्मा ने साझा किए अनुभव
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी के लेखक से भेंट कार्यक्रम के अंतर्गत प्रख्यात लेखिका नासिरा शर्मा को ने श्रोताओं के समक्ष [...]
प्रसिद्ध मराठी लेखक प्रो मिलिंद सुधाकर मराठे बने राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत के अध्यक्ष
नई दिल्ली: भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने की केंद्र सरकार की नीति के तहत प्रसिद्ध मराठी लेखक प्रो मिलिंद सुधाकर [...]
ज्ञान पर्व का चौथा दिन समीक्षा, स्त्री का राष्ट्र, संचार की प्रवृत्तियां, इतिहास लेखन की चुनौतियां और कबीर के नाम
प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मेजर ध्यानचंद छात्र गतिविधि केंद्र में 'ज्ञान पर्व' के चौथे दिन की शुरुआत 'अच्छी समीक्षा' विषय पर आयोजित कार्यशाला से [...]
जयंती पर याद किए गए कवि हृदय नारायण, मार्कण्डेय शारदेय की पुस्तक ‘डुमराँवनामा’ का भी विमोचन
पटना: "प्रज्ञ-चिंतक और भारतीय वांग्मय के मनीषी भाष्यकार हृदय नारायण, हिंदी की सेवा करने वाले पिछली सदी के महान चिंतक कवियों की [...]
आजादी की लड़ाई में भारत, विशेषकर उत्तर प्रदेश के साहित्यकारों का योगदान अप्रतिम: डा दिनेश शर्मा
उन्नाव: "आजादी की लड़ाई में भारत, विशेषकर उत्तर प्रदेश के साहित्यकारों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. आज भी आल्हा-ऊदल की [...]
आदिवासी महिलाओं के लिए साहित्य में भाग लेना महत्त्वपूर्ण: सखुआ संस्था की दो दिवसीय संगोष्ठी में वक्ता
रांची: अगर वाकई समाज और सरकार आदिवासी महिला हित की बात सोच रही है, तो उसे आदिवासी परंपराओं और उनके साहित्य [...]
हिंदी पर कार्यशाला, व्यंग्य, परसाई, गांधी, आजादी की कविता और कहानी पाठ से गुलजार रहा ज्ञान पर्व
प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मेजर ध्यानचंद छात्र गतिविधि केंद्र में 'ज्ञान पर्व' के दूसरे दिन 'अच्छी हिंदी कैसे लिखें?' विषय पर कार्यशाला; 'हिंदी [...]
आचार्य द्विवेदी की रचनाएं आज अधिक प्रासंगिक: ‘मनुष्य ही साहित्य का लक्ष्य है’ संगोष्ठी में अशोक वाजपेयी
नई दिल्ली: "आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की रचनाएं दशकों पहले जितनी प्रासंगिक थीं, आज उससे कहीं अधिक प्रासंगिक हो गई हैं. इससे [...]
