भारतीय सैन्य पत्नियों की साहसिक कहानियां – Book Review
साहस और संवेदना की गाथा (अमित तिवारी) सैनिक होना कठिन होता है और सैनिक की पत्नी होना उससे भी कठिन [...]
नटवर साहित्य परिषद कवि सम्मेलन में हिंदी, उर्दू के साथ बज्जिका और भोजपुरी की भी धूम
मुजफ्फरपुरः स्थानीय श्री नवयुवक समिति सभागार में नटवर साहित्य परिषद की ओर से मासिक कवि सम्मेलन सह मुशायरा का आयोजन [...]
हिंदी हमें एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लक्ष्य के नजदीक लाती है: डॉ मनसुख मांडविया
नई दिल्ली: हिंदी का प्रचार और अधिक उपयोग हमें प्रधानमंत्री के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लक्ष्य के नजदीक लाता [...]
संस्कृत साहित्य की पुरोधा वेद कुमारी घई ने हमारी सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध किया: प्रधानमंत्री मोदी
नई दिल्लीः 'संस्कृत साहित्य की पुरोधा वेद कुमारी घई के निधन से दु:खी हूं. उनके अपार योगदान ने हमारी सांस्कृतिक [...]
‘कोई ख़ुशबू उदास करती है’ के लिए माता रामदेवी वागीश्वरी सम्मान से सम्मानित हुईं नीलिमा शर्मा
श्रीगंगानगर: मुजफ्फरनगर की साहित्यकार नीलिमा शर्मा को राजस्थान के श्रीगंगानगर में आयोजित सृजन सेवा संस्थान के वार्षिक समारोह में माता [...]
डॉ उदय प्रताप सिंह की पुस्तक ‘साधुभाव की बैखरी’ पर प्रयागराज में परिचर्चा
प्रयागराजः हिन्दुस्तानी एकेडमी और नया परिमल की ओर से एकेडमी के गांधी सभागार में एक पुस्तक परिचर्चा आयोजित की गई. [...]
पत्रकारिता लोक भावना से आच्छादित हो: लंगट सिंह महाविद्यालय की संगोष्ठी में वक्ता
मुजफ्फरपुरः लंगट सिंह महाविद्यालय के बैचलर ऑफ मास कम्यूनिकेशन विभाग ने हिंदी पत्रकारिता दिवस पर एक संगोष्ठी सह परिचर्चा आयोजित [...]
राधेश्याम कथावाचक ने खड़ी बोली में रामकथा प्रस्तुत कर उसे जनमानस का कंठहार बनाया
फर्रुखाबादः स्थानीय लोहाई रोड स्थित श्री राधा श्याम शक्ति मंदिर में 'राधेश्याम रामायण' पर एक आध्यात्मिक व्याख्यान आयोजित हुआ, जिसमें [...]
तेरे दिल को चोट पहुंचे… हनुमानगढ़ में कागद फाउंडेशन और साहित्य परिषद की कविता-गोष्ठी
हनुमानगढ़ः कागद फाउंडेशन व अखिल भारतीय साहित्य परिषद हनुमानगढ़ की ओर से जंक्शन स्थित ओम पुरोहित कागद स्मृति पुस्तकालय में [...]
‘कविता इंद्रधनुष’ में हास्य, व्यंग्य, ओज, करुणा, प्रेम और पर्यावरण की रचनाओं ने जीता दिल
नोएडाः नई पहल नामक संस्था ने 'कविता इंद्रधनुष' के तहत सब रस काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें हास्य, व्यंग्य, ओज, [...]
124वीं जयंती पर ‘अगर तुम राधा होते श्याम’ वाले कवि नज़रुल इस्लाम याद किए गए
पाकुड़: अगर तुम राधा होते श्याम, मेरी तरह बस आठों पहर तुम, रटते श्याम का नाम. वन-फूल की माला निराली, [...]
आदि उत्सव के दौरान ‘जनजातीय शोध एवं जनजातीय योगदान’ विषय पर संगोष्ठी आयोजित
मंडलाः जिले के रामनगर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले दो दिवसीय 'आदि उत्सव' का मुख्य आकर्षण 'जनजातीय शोध एवं जनजातीय [...]
